मिलकर करे एक अच्छा और नेक काम
जय साई राम
बाबा साई ने तो बहुत रास्ते दिखाए है हम सब को, पर हम सिर्फ़ मन्दिर मै जाकर अपना फ़र्ज़ पूरा कर लेते है, आरती कर ली, नाम जाप किया, १० रूपये डाले आरती की थाली में और बस हो गया अपना काम | बोलो जय साई राम | हो गया अपना कर्तव्य पूरा | मन्दिर से बाहर आकर किसी भिखारी को २-४ रूपये दे दिए | क्या किसी भिखारी को २-४ रूपये देने से हो गयी हमारे अंदर के साई की आत्मा तृप्त ? क्या हमारे अंदर का साई पूरी तरह से खुश है हम से ? क्या वो आवाज़ नही देता है आपको ? क्या आपने कभी सुनी है साई की आवाज़ | मुझे पता है की एक साई हमारे अंदर भी तड़प रहा है और वो कुछ कहना चाहता है पर हम जानकर भी अनजान बन जाते है | हम अपना सर दर्द से लेकर अपने बच्चो, केरियर, शादी, प्यार, मोहब्बत तक सब कुछ उसको बोल देते है और एक वो है जो कुछ भी नही कह पता और अगर कभी कहता भी तो शायद हम सुन भी नही पाते है | बाबा ने तो पूरी दुनिया को सवारने का काम किया था और हमसे भी कहा की जाओ जो मैंने तुम्हारे साथ किया वो तुम दुनिया के साथ करो, यही मेरा संदेश है और यह ही मेरी सच्ची भक्ति है |
हम सभी बहुत अच्छे है पता है क्यों? क्यों की साई हमारे अंदर जो है | हम अगर रोज़ एक अच्छा काम नही कर सकते तो कम से कम एक हफ्ते मैं तो कर ही सकते है? कोई भी छोटा सा अच्छा काम जो मेरे तुम्हारे अंदर के साई को बहुत खुश करदे | मुझे पता है की जब भी साई खुश होता है ना वो आपकी-मेरी आँखे भिगो देता है क्यों की वो आँसू साई की आंखो के होते है और वो भी खुशी के सच्चे आँसू |
आओ हम सब मिलकर कुछ अच्छा काम करे, आओ मिलकर अपने अपने अंदर के साई को एक बार और खुश होने का मौका दे |
यह तो साई का मन्दिर और मस्जिद है, जो कुछ भी आप यहाँ लिखते और पड़ते हो वो साई भी देखता और पड़ता है तो अब आप मुझे २ बातें बताओगे:
१. ऐसा क्या किया जाए की साई बहुत खुश हो?
२. आज आपने ऐसा कौन सा अच्छा काम किया की आज वो हमारे मन वाला साई बहुत खुश हो गया?
सभी भक्तो से निवेदन है की वो अपने विचार जरूर लिखे |
जय साई राम